बाइबिल के 14 अभियोग क्या हैं ?
What are the 14 Indictments of Bible??
रोमियों 3:10-18
- कोई भी धर्मी नहीं, एक भी! (पद 10)
- कोई समझदार नहीं, एक भी! (पद 11)
- कोई ऐसा नहीं, जो प्रभु को खोजता! (पद 11)
- सब भटक गए (पद 12)
- वे सब ही निकम्मे बन गए, साथ-साथ सब के सब (पद 12)
- उनके मुँह खुली कब्र से बने हैं (पद 13)
- वे अपनी जीभ से छल करते हैं (पद 13)
- “शाप से कटुता से मुँह भरे रहते है।” ( पद 14)
- “हत्या करने को वे हरदम उतावले रहते है। (पद 15)
- वे जहाँ कहीं जाते नाश ही करते हैं, संताप देते हैं। (पद 16)
- उनको शांति के मार्ग का पता नहीं। (पद 17)
- “उनकी आँखों में प्रभु का भय नहीं है।” (पद 18)
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