वह एक यहूदी होना चाहिए (व्यवस्थाविवरण 17:15)
वह अपने लिए व्यवस्था की एक प्रति लिखे/रखे (व्यवस्थाविवरण 17:18)
वह अपने जीवन के सभी दिनों में व्यवस्था की अपनी प्रति पढ़े (व्यवस्थाविवरण 17:19)
वह यहोवा का भय माने (व्यवस्थाविवरण 17:19)
वह व्यवस्था के सभी वचनों का पालन करे (व्यवस्थाविवरण 17:19)
अपने राज्य में न तो वह और न ही लोग घोड़ों की संख्या बढ़ाएं (व्यवस्थाविवरण 17:16)
मिस्र के लिए वह वापस नहीं लौटेगा (व्यवस्थाविवरण 17:16)
वह अपने लिए पत्नियां नहीं बढ़ाए (व्यवस्थाविवरण 17:17)
वह अपने लिए चांदी और सोना नहीं बढ़ाए (व्यवस्थाविवरण 17:17)
10. वह अपने लोगों के ऊपर से मन नहीं हटाएगा (व्यवस्थाविवरण 17:20)
11. वह परमेश्वर की आज्ञाओं से नहीं हटाएगा (व्यवस्थाविवरण 17:20)
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