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पौलुस (Paul)

स्वयं यीशु के अलावा किसी भी व्यक्ति ने प्रेरित पौलुस की तरह मसीहत के इतिहास को आकार नहीं दिया। विश्वासी होने से पहले भी, उसके कार्य महत्वपूर्ण थे। स्तिफनुस की मृत्यु के बाद मसीहियों के उनके उन्मादी सताओ ने चर्च को विश्व भर में सुसमाचार देने के लिए मसीह की अंतिम आज्ञा का पालन करना शुरू कर दिया। यीशु के साथ पौलुस की व्यक्तिगत मुलाकात ने उसका जीवन बदल दिया। उन्होंने अपनी उग्र तीव्रता को कभी नहीं खोया, लेकिन तब से इसे सुसमाचार के लिए प्रसारित किया गया।


पौलुस बहुत धार्मिक था। गमलीएल के अधीन उनका प्रशिक्षण बेहतरीन उपलब्ध चीज़ था। उनके इरादे और प्रयास ईमानदार थे। वह एक अच्छा फरीसी था जो बाइबिल जानता था और उसे ईमानदारी से मानता था, उसका ये मानना था कि मसीही आंदोलन यहूदी धर्म के लिए खतरनाक था। इस प्रकार, पौलुस ने मसीह धर्म से नफरत की और बिना दया के मसीहियों को सताया।

पौलुस ने मसीहियों को पकड़ने और उन्हें वापस यरूशलेम लाने के लिए दमिश्क की यात्रा करने की अनुमति ली। परन्तु परमेश्वर ने उसे दमिश्क के मार्ग पर शीघ्र रोक दिया। पौलुस व्यक्तिगत रूप से यीशु मसीह से मिला, और उसका जीवन कभी भी पहले जैसा नहीं रहा।

पौलुस के परिवर्तन तक, गैर-यहूदियों तक सुसमाचार पहुँचाने के बारे में बहुत कम काम किया गया था। फिलिप्पुस ने सामरिया में कूश के एक मनुष्य को प्रचार किया था; कुरनेलियुस, एक अन्यजाति, जिससे पतरस ने  परिवर्तित किया गया था; और सीरिया के अन्ताकिया में; कुछ यूनानी विश्वासियों में शामिल हो गए थे। जब बरनबास को इस स्थिति की जाँच करने के लिए यरूशलेम से भेजा गया था, तो वह पौलुस को खोजने और उसे अन्ताकिया में लाने के लिए तरसुस गया, और उन्होंने वहाँ विश्वासियों के बीच काम किया। फिर उन्हें एक मिशनरी यात्रा पर भेजा गया, तीन मिशनरी यात्रा पौलुस ने की जो पूरे रोमी साम्राज्य में सुसमाचार को ले गया।

 मसीही बनने के बाद अन्य जाति विश्वासियों को यहूदी कानूनों का पालन करना था या नहीं, इस बारे में मुद्दो ने प्रारंभिक चर्च में कई समस्याएं पैदा कीं। पौलुस ने यहूदियों को यह समझाने के लिए कड़ी मेहनत की कि अन्यजातिय लोग परमेश्वर को स्वीकार्य हैं। उनके माध्यम से मसीह से मिलने के द्वारा, उसने जिन जीवनो को छुआ वो परिवर्तित हो गए ।

परमेश्वर ने पौलुस के किसी भी हिस्से को बर्बाद नहीं किया - उसकी पृष्ठभूमि, उसका प्रशिक्षण, उसकी नागरिकता, उसका दिमाग या उसकी कमजोरी भी। क्या आप परमेश्वर को आपके लिए भी ऐसा करने देने के लिए तैयार हैं? आप कभी नहीं जान पाएंगे कि वह आपके साथ क्या कर सकता है जब तक कि आप उसे वह सब कुछ नहीं करने देंगे जो आप के पास हैं !

 

  • ताकत और उपलब्धियां:

    • मसीहो के एक उत्पीड़क से परमेश्वर द्वारा मसीह के लिए एक उपदेशक के रूप में परिवर्तित,

    • तीन मिशनरी यात्राओं पर पूरे रोमी साम्राज्य में मसीह का सुसमाचार दिया 

    • विभिन्न चर्चों को पत्र लिखे, जो नए नियम का हिस्सा बन गए,

    • मुद्दे का सामना करने से कभी नहीं डरते थे

    • परमेश्वर के नेतृत्व के प्रति संवेदनशील था और, अपने मजबूत व्यक्तित्व के बावजूद, हमेशा परमेश्वर द्वारा चला 

    • उनको अन्यजातियों का प्रेरित कहा जाता है

 

  • कमजोरी और गलती:

    • साक्षी दी और स्तिफनुस को पथरवा करने की मंजूरी दे दी

    • मसीही धर्म को नष्ट करने के लिए मसीहो को सताया 

 

  • जीवन से सबक:

    • अच्छी खबर यह है कि क्षमा और अनन्त जीवन मसीह में विश्वास के माध्यम से परमेश्वर की कृपा के उपहार हैं और सभी लोगों के लिए उपलब्ध हैं

    • आज्ञाकारिता परमेश्वर के साथ एक रिश्ते का परिणाम है, लेकिन आज्ञाकारिता उस रिश्ते को कभी भी नहीं बनाएगी या अर्जित नहीं करेगी

    • सच्ची स्वतंत्रता तब तक नहीं आती जब तक हमें मिली हुयी स्वतंत्रता को सिद्ध करने कि ज़रूरत नहीं है

    • परमेश्वर हमारा समय बर्बाद नहीं करता; वह हमारे अतीत और वर्तमान का उपयोग करता है  ताकि हम भविष्य में उसकी सेवा कर सकें

 

  • महत्वपूर्ण आयाम :

    • कहाँ: तरसुस में जन्मे लेकिन मसीह के लिए एक विश्व यात्री बन गए

    • व्यवसाय : एक फरीसी के रूप में प्रशिक्षित, तम्बू बनाने का व्यापार सीखा, एक मिशनरी के रूप में सेवा की

    • समकालीन : गमलीएल, स्तिफनुस, प्रेरित, लुका, बरनबास, तीमुथियुस

 

  • मुख्य पद : “क्योंकि मेरे लिये जीवित रहना मसीह है, और मर जाना लाभ है। पर यदि शरीर में जीवित रहना ही मेरे काम के लिये लाभदायक है तो मैं नहीं जानता, कि किसको चुनूं। क्योंकि मैं दोनों के बीच अधर में लटका हूं; जी तो चाहता है कि कूच करके मसीह के पास जा रहूं, क्योंकि यह बहुत ही अच्‍छा है। परन्तु शरीर में रहना तुम्हारे कारण और भी आवश्यक है।” फिलिप्पियों 1:21-24

 

पौलुस की कहानी प्रेरितों के काम 7:58-28:31 और पूरे नए नियम के पत्रों में बताई गई है।  


Source : NIV Life Application Study Bible.


ଈଶ୍ବରଙ୍କ ବିଶେଷ ଇଚ୍ଛା କଣ?

What is the Particular Will of God?
ଖ୍ରୀଷ୍ଟିଆନମାନେ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ଇଚ୍ଛାକୁ ସେମାନଙ୍କ ଜୀବନର ଅଭ୍ୟାସ କରିବାକୁ ଚେଷ୍ଟା କରନ୍ତି - କିଛି କମ୍ ନୁହେଁ କି କିଛି ଅଧିକ ନୁହେଁ | ପ୍ରକୃତ ବିଶ୍ଵାସୀମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ବିଶେଷ ଇଚ୍ଛାର ବାଇବଲରେ ଅତି କମରେ ଦଶଟି ନିର୍ଦ୍ଦିଷ୍ଟ ବକ୍ତବ୍ୟ ଅଛି |
ପରିତ୍ରାଣ୧ ତୀମଥି ୨:୪; ୨ ପିତର ୩:୯
ବଳିଦାନରୋମୀୟ ୧୨:୧,୨
ଆତ୍ମା-ସଂଯମଏଫିସୀୟ ୫:୧୭-୨୧
ପବିତ୍ରତା୧ ଥେସଲନୀକୀୟ ୪:୩,୪
ବଶୀଭୂତ୧ ପିତର ୨:୧୩-୧୫
କୃତଜ୍ଞତା୧ ଥେସଲନୀକୀୟ ୫:୧୮
ମାଗିବା/ପ୍ରାର୍ଥନା୧ ଯୋହନ ୫:୧୪, ୧୫
ସେବା କରିବାଗୀତସଂହିତା ୧୦୩:୨୧
ଦୁଖଃଭୋଗ୧ ପିତର ୩:୧୭; ୪:୧୯
ମେଷପାଳକ୧ ପିତର ୫:୨

 Source: MacArthur Bible Commentary

परमेश्वर की विशेष इच्छा क्या है ?

What is the Particular Will of God??

मसीहियों ने परमेश्वर की इच्छा को अपने जीवन का अभ्यास बनाना चाहा है - न अधिक, न कम, और न ही कुछ और। सच्चे विश्वासियों के लिए बाइबल में परमेश्वर की विशेष इच्छा के कम से कम दस विशिष्ट कथन हैं।


उद्धार1 तीमुथियुस 2:4; 2 पतरस 3:9
बलिदानरोमियों 12:1,2
आत्म-नियंत्रणइफिसियों 5:17-21
पवित्रीकरण1 थिस्सलुनीकियों 4:3,4
अधीनता1 पतरस 2:13-15
धन्यवाद 1 थिस्सलुनीकियों 5:18
मांगना/प्रार्थना1 यूहन्ना 5:14, 15
सेवारतभजन 103: 21
दुःख उठाना  1 पतरस 3:17; 4:19
चरवाही1 पतरस 5:2

Source: MacArthur Bible Commentary

ଯୀଶୁଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଆତ୍ମାଙ୍କ ଫଳର ଉଦାହରଣ (Jesus' Example of Fruit of Spirit)

ଯୀଶୁଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଆତ୍ମାଙ୍କ ଫଳର ଉଦାହରଣ |
ପ୍ରେମପିତା ଯେପ୍ରକାର ମୋତେ ପ୍ରେମ କରିଅଛନ୍ତି, ମୁଁ ମଧ୍ୟ ସେପ୍ରକାର ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ପ୍ରେମ କରିଅଛି; ମୋହର ପ୍ରେମରେ ସ୍ଥିର ହୋଇ ରହିଥାଅ। ଯୋହନ ୧୫:୯
ଆନନ୍ଦକିନ୍ତୁ ଏବେ ମୁଁ ତୁମ୍ଭ ନିକଟକୁ ଯାଉଅଛି, ଆଉ ସେମାନଙ୍କ ଅନ୍ତରେ ମୋହର ଆନନ୍ଦ ଯେପରି ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ହୁଏ, ସେଥିନିମନ୍ତେ ଜଗତରେ ଥାଉ ଥାଉ ମୁଁ ଏହାସବୁ କହୁଅଛି। ଯୋହନ ୧୭:୧୩
ଶାନ୍ତିମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଶାନ୍ତି ଦାନ କରି ଯାଉଅଛି, ମୋହର ନିଜର ଶାନ୍ତି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଦାନ କରୁଅଛି; ଜଗତ ଯେପରି ଦାନ କରେ, ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସେପରି ଦାନ କରୁ ନାହିଁ। ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ହୃଦୟ ଉଦ୍ବିଗ୍ନ କି ଭୟଗ୍ରସ୍ତ ନ ହେଉ।
ଯୋହନ ୧୪:୨୭
ଦୀର୍ଘସହିଷ୍ଣୁତାତଥାପି ଯେଉଁମାନେ ଭବିଷ୍ୟତକାଳରେ ଅନନ୍ତ ଜୀବନ ପାଇବା ନିମନ୍ତେ ଯୀଶୁ ଖ୍ରୀଷ୍ଟଙ୍କଠାରେ ବିଶ୍ଵାସ କରିବେ, ସେମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ଦୃଷ୍ଟାନ୍ତ ସ୍ଵରୂପ ହେବା ପାଇଁ ପ୍ରଧାନ ପାପୀ ଯେ ମୁଁ, ମୋʼଠାରେ ସେ ଯେପରି ଆପଣା ପୂର୍ଣ୍ଣ ଚିରସହିଷ୍ଣୁତା ପ୍ରକାଶ କରନ୍ତି, ଏଥିନିମନ୍ତେ ମୁଁ ଦୟାପ୍ରାପ୍ତ ହେଲି।
୧ ତୀମଥି ୧:୧୬
ପରୋପକାରିତାପୁଣି, ତାହାଙ୍କ ସହିତ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଉତ୍ଥାପିତ କରି ଖ୍ରୀଷ୍ଟ ଯୀଶୁଙ୍କଠାରେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ତାହାଙ୍କ ସହିତ ସ୍ଵର୍ଗରେ ଉପବେଶନ କରାଇ ଅଛନ୍ତି, ଯେପରି ଖ୍ରୀଷ୍ଟ ଯୀଶୁଙ୍କଠାରେ ସେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି କରୁଣା କରି ଆଗାମୀ ଯୁଗରେ ଆପଣା ଅନୁଗ୍ରହର ଅତ୍ୟଧିକ ଧନ ପ୍ରକାଶ କରନ୍ତି। ଏଫିସୀୟ ୨:୬-୭
ଭଦ୍ରତାସେତେବେଳେ ସେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ କୃତ ଧର୍ମକର୍ମ ସକାଶେ ନୁହେଁ, ମାତ୍ର ଆପଣାର ଦୟାନୁସାରେ ପୁନର୍ଜନ୍ମର ପ୍ରକ୍ଷାଳନ ଓ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାଙ୍କ ନୂତନୀକରଣ ଦ୍ଵାରା ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ପରିତ୍ରାଣ କରିଅଛନ୍ତି; ସେହି ଆତ୍ମାଙ୍କୁ ସେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ତ୍ରାଣକର୍ତ୍ତା ଯୀଶୁ ଖ୍ରୀଷ୍ଟଙ୍କ ଦ୍ଵାରା ପ୍ରଚୁର ରୂପେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଉପରେ ଢାଳିଦେଲେ,ତୀତସ ୩:୫-୬
ବିଶ୍ଵସ୍ତତାକିନ୍ତୁ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ ତାହାଙ୍କ ଗୃହ ଉପରେ ପୁତ୍ର ସ୍ଵରୂପେ ବିଶ୍ଵସ୍ତ ଅଟନ୍ତି; ଯଦି ଆମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ସାହସ ପୁଣି ଦର୍ପର କାରଣ ଯେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଭରସା, ତାହା ଦୃଢ଼ ଭାବରେ ଶେଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଧରି ରଖୁ, ତାହାହେଲେ ଆମ୍ଭେମାନେ ତ ତାହାଙ୍କ ଗୃହ ସ୍ଵରୂପଙ୍କ। ଏବ୍ରୀ ୩:୬
ମୃଦୁତାମୋହର ଜୁଆଳି ଆପଣା ଆପଣା ଉପରେ ଘେନ, ପୁଣି ମୋʼ ନିକଟରୁ ଶିଖ, କାରଣ, ମୁଁ ମୃଦୁଶୀଳ ଓ ନମ୍ରଚିତ୍ତ, ଆଉ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଆତ୍ମାରେ ବିଶ୍ରାମ ପାଇବ; ମାଥିଉ ୧୧:୨୯
ଆତ୍ମସଂଯମସେ ନିନ୍ଦା ପାଇବା ସମୟରେ ଫେରି ନିନ୍ଦା କଲେ ନାହିଁ; ଦୁଃଖଭୋଗ କରିବା ସମୟରେ ପ୍ରତିହିଂସା କରିବାକୁ ଭୟ ଦେଖାଇଲେ ନାହିଁ, କିନ୍ତୁ ନ୍ୟାୟବିଚାରକର୍ତ୍ତାଙ୍କ ହସ୍ତରେ ସମସ୍ତ ବିଷୟ ସମର୍ପଣ କଲେ; ୧ ପିତର ୨:୨୩

यीशु द्वारा आत्मा का फल का उदाहरण (Jesus' Example of Fruit of Spirit)


यीशु द्वारा आत्मा का फल का उदाहरण
प्रेमयीशु ने कहा, "जैसा पिता ने मुझ से प्रेम रखा है, वैसा ही मैं ने तुम से प्रेम रखा है। अब मेरे प्रेम में बने रहो। यूहन्ना 15:9
आनंदयीशु ने कहा, “अब मै तेरे पास आता हूँ, और ये बाते जगत में कहता हूँ, कि वे मेरा आनंद अपने में पूरा पाएँ।" यूहन्ना 17:13
शांति/ मेलयीशु ने कहा, “ मैं तुम्हे अपनी शांति दिए जाता हु; अपनी शांति तुम्हें देता हूँ। जैसा संसार देती है, मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल और भयभीत न हो।
यूहन्ना 14:27
धीरजप्रेरित पौलुस ने लिखा, “और इसलिए तो मुझ पर दया की गयी। कि मसीह यीशु एक बड़े पापी के रूप में मेरा उपयोग करते हुए आगे चल कर जो लोग उसमें विश्वास ग्रहण करेंगे, उनके लिए अनन्त जीवन प्राप्ति के हेतु एक उदाहरण के रूप में मुझे स्थापित कर अपनी असीम धीरज प्रदर्शित कर सके।" 1 तीमुथियुस 1:16
कृपा"और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया। कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाएं।" इफिसियों 2:6-7
भलाई"तो उस [परमेश्वर] ने हमारा उद्धार किया: और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी भलाई के अनुसार, नए जन्म के स्‍नान, और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ। जिसे उस ने हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह के द्वारा हम पर अधिकाई से उंडेला। तीतुस 3:5-6
विश्वासयोग्यता“परन्तु मसीह विश्वासयोग्य पुत्र की नाईं परमेश्वर के घर का अधिकारी है। और हम उसका घराना हैं, यदि आवश्यक हो तो हम अपने विश्वास और उस आशा को दृढ़ता से धारण करते हैं जिस पर हम गर्व करते हैं।"इब्रानियों 3:6
नम्रतायीशु ने कहा, "मेरा जूआ अपने कांधे पर लो और, मुझे से सीखो की’, मै नम्र और मन में दीन हु और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे।" मत्ती 11:29
सयंमवह गाली सुनकर गाली नहीं देता था, और दुख उठाकर किसी को भी धमकी नहीं देता था, पर अपने आप को सच्‍चे न्यायी के हाथ में सौपता था।" 1 पतरस 2:23

Source : Bible Charts