बाइबल क्यों पढ़ें?
यह हमें शुद्ध रखता है (भजन119:9) और पाप-मुक्त करता है (भजन 119:11)
यह हमें आश्चर्य (भजन 119:18) और आनंद देता है (भजन 119:14)
यह हमारी आत्मा को पोषण देता है (भजन 119:103)
यह निर्णय लेने में हमारा मार्गदर्शन करता है, जैसे मार्ग खो जाने पर वह हमें सही मार्ग में ले जाता है (भजन 119:105)
यह हमें समझ देता है (भजन 119:104)
हम बाइबल में जो पढ़ते हैं उसे हम कैसे व्यवहार में लाए ?
इसका पालन करें (भजन 119:9)
इसके कुछ हिस्सों को याद रखें (भजन 119:11)
इसे अपने से और दूसरों से जोर से बोलें (भजन 119:13)
इसे संजोकर रखें (भजन 119:14)
इसके बारे में तब तक सोचें जब तक यह आपका हिस्सा न बन जाए (भजन 119:15)
इसे नजर अंदाज न करें (भजन 119:16)
जब आप इसे पढ़ते और सुनते हैं तो अपनी आँखें खोलने के लिए प्रार्थना करे (भजन 119:18)
इसके लिए याचना करे (भजन 119:20)
जब आप इसे प्राप्त करें, तो विनम्र बने, अभिमानी न बनें (भजन 119:21)
इसमें आनंद प्राप्त करे (भजन 119:103)
परमेश्वर के वचन को पढ़ना और जानना पर्याप्त नहीं है। जब तक हम रूपांतरित नहीं हो जाते तब तक परमेश्वर के वचन को हमारा हिस्सा बनने की आवश्यकता है! हर बार जब आप इसे पढ़ते या सुनते हैं, तो परमेश्वर से इसके माध्यम से आपसे बात करने के लिए कहें।
Source : Reach4Life
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